आप डिनर के लिए किचन में खाना बना रहे हों और जब आलू डालने की बारी आई तो आप देखते हैं कि आपके पास रखा आलू अंकुरित हो चुका है.
1. अंकुरित आलू (आलू में अंकुर निकलने पर):
खतरनाक है!
अंकुरित आलू में सोलनिन और चाकोनिन नामक प्राकृतिक विषाक्त पदार्थ (ग्लाइकोअल्कलॉइड्स) का स्तर बढ़ जाता है।
ये जहरीले पदार्थ मतली, उल्टी, पेट दर्द, दस्त, सिरदर्द, गले में जलन और गंभीर मामलों में तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
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क्या करें?
अगर आलू में छोटे-छोटे अंकुर हों और आलू सख्त हो, तो अंकुरों को गहराई से काटकर निकाल दें और हरे हिस्से को भी छीलकर हटा दें।
अगर आलू मुलायम, सिकुड़ा हुआ या हरापन लिए हुए है, तो उसे पूरा का पूरा फेंक देना ही सुरक्षित है।
2. अंकुरित प्याज (प्याज में अंकुर निकलने पर):
आमतौर पर सुरक्षित है।
प्याज के अंकुरों में कोई ज्ञात जहरीला पदार्थ नहीं होता।
स्वाद थोड़ा कड़वा या तीखा हो सकता है, और प्याज का मुख्य भाग (बल्ब) थोड़ा सूखा या कम रसदार लग सकता है।
अंकुरों को हटाकर या उनके साथ ही प्याज को पकाया जा सकता है। कुछ लोग अंकुरों को सलाद या गार्निश की तरह भी इस्तेमाल करते हैं।
3. अंकुरित लहसुन (लहसुन में अंकुर निकलने पर):
आमतौर पर सुरक्षित है।
लहसुन के अंकुरों में भी कोई खतरनाक जहर नहीं होता।
स्वाद मुख्य लहसुन की कली से हल्का और कभी-कभी थोड़ा कड़वा हो सकता है। कई लोगों को लगता है कि अंकुरित लहसुन की कलियाँ पकाने में मीठी लगती हैं।
अंकुर को हटाकर या उसके साथ ही लहसुन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
सामान्य सलाह:
भंडारण: आलू, प्याज और लहसुन को ठंडी, सूखी, अंधेरी और हवादार जगह पर रखें। इससे अंकुरण धीमा होता है।
आलू की हराई: आलू पर हरे धब्बे भी सोलनिन के संकेत हैं। उन हरे हिस्सों को भी काटकर हटा दें या ऐसे आलू न खाएं।
सावधानी: अगर अंकुरित आलू खाने के बाद बीमार महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
संक्षेप में:
❌ अंकुरित आलू - न खाएं (जहरीले हो सकते हैं)।
✅ अंकुरित प्याज - खा सकते हैं (सुरक्षित, स्वाद बदल सकता है)।
✅ अंकुरित लहसुन - खा सकते हैं (सुरक्षित, स्वाद बदल सकता है)।
सुरक्षा और ताजगी के लिए हमेशा ताजे, बिना अंकुर वाले सब्जियों का चयन करना सबसे अच्छा है।